ज्योतिष में बताया गया है कि जब शनि राशि बदलते हैं तब राशियों की दशा, महादशा, साढ़ेसाती और ढैय्या शुरू हो जाती है। जिसके प्रभाव से लोगों की जिंदगी में परिवर्तन होने लगते हैं, परेशानियां आती हैं। नौकरी और व्यापार में समस्या उत्पन्न होने लगती है। खर्चे बेतहाशा बढ़ जाते हैं।
शनि के इन्हीं कर्म के अनुसार दिए जाने वाले कठोर दंड के चलते लोग शनि को क्रूर ग्रह मानते हैं, ज्योतिष के अनुसार शनि के प्रभाव को कम करने के लिए व्यक्ति पूजापाठ, दान-पुण्य, जप और मंत्र से जुड़े कुछ उपायों को आजमा सकते हैं, जिनसे उन्हें कुछ राहत मिल सकती है, ये हैं वे उपाय…
- शनिवार के दिन आप काली गाय, काले कुत्ते या फिर काली चिड़ियों को खाने की चीजें डालें। माना जाता है कि ऐसा करने से आपके ऊपर से शनि ग्रह का प्रभाव कम होता है और आपके काम में आ रही रुकावटें भी दूर होती हैं। बिगड़े हुए काम भी फिर से बनने लगते हैं।
- शनिवार को स्नान के बाद सबसे पहले दशरथ कृत शनि स्त्रोत का पाठ करना चाहिए। यदि आप या फिर आपका कोई करीबी बार-बार दुर्घटना का शिकार हो रहा है तो यह शनि की दशा को दर्शाता है। ऐसे में शनिवार को ‘ऊं शं अभयहस्ताय नम:’ मंत्र का 108 बार जप करने से लाभ होगा।
- शनिवार के दिन आप गरीबों में शनि महाराज की प्रिय वस्तुओं सरसों का तेल, काले जूते, काले वस्त्र, काले उड़द की दाल, तिल से बनी चीजें और लोहे का दान कर सकते हैं। लेकिन एक बात का ध्यान रखें कि दान की जाने वाली कोई भी वस्तु खरीदकर घर न लाएं बल्कि उसे घर के बाहर ही दान कर दें।
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