एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया ने एक्शन किया और मेलबर्न में भारत ने उसका करारा जवाब दे दिया। बॉक्सिंग डे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से रौंदते हुए भारत ने एडिलेड की हार का बदला लेते हुए सीरीज भी बराबर कर ली।
भारत की जीत खास है क्योंकि ये उसने मेलबर्न में चौथी पारी में बल्लेबाजी करते हुए पहली बार हासिल की है। ये ऑस्ट्रेलिया में अब तक खेले 9 बॉक्सिंग डे टेस्ट में उसकी दूसरी जीत है। साथ ही मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर लगातार मिली दूसरी टेस्ट जीत भी है। इससे पहले पिछले दौरे पर भारत ने मेलबर्न में खेला टेस्ट 137 रन से जीता था।ऑस्ट्रेलिया ने मेलबर्न टेस्ट जीतने के लिए टीम इंडिया के सामने 70 रन का लक्ष्य रखा था। ये चौथी पारी में भारत के लिए उसका सेट किया अपनी सरजमीं पर सबसे कम और ओवरऑल तीसरा सबसे लोएस्ट स्कोर था। भारतीय टीम ने इस लक्ष्य को महज 2 विकेट खोकर हासिल कर लिया।
मयंक के आउट होने के बाद गिल का साथ देने क्रीज पर पुजारा आए। लेकिन वो भी एक बार फिर से कमिंस का तोड़ ढूढ़ने में नाकाम रहे। स्कोरबोर्ड में अभी 3 रन ही जुड़े थे कि पुजारा ने कमिंस की गेंद पर ग्रीन को कैच थमा दिया। पुजारा ने सिर्फ 3 रन बनाए। बहरहाल, पुजारा के जाने के बाद डेब्यूटेंट गिल को रहाणे का साथ मिला और भी न तो इन दोनों ने और न ही टीम इंडिया ने पीछे मुड़कर देखा।
मेलबर्न की जीत के बाद भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच 4 टेस्ट मैचों की सीरीज अब 1-1 की बराबरी पर आकर खड़ी हो गई है। यानी सीरीज अब रोमांचक हो गई है। इस जीत के साथ टीम इंडिया ने ये भी दिखाया कि उसमें विराट और शमी, इशांत के अनुभव के बगैर भी जीतने की काबिलियत है। साथ ही भारतीय टीम ने उन आलोचकों को भी करारा जवाब दे दिया जो एडिलेड में 36 रन पर सिमटने के बाद टीम इंडिया को चूका हुआ मान रहे थे।
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