उनका कहना है कि पति-पत्नी के बीच संबंध बनाने से पहले शारीरिक सफाई का ये पहला और बुनियादी नियम है और दोनों पार्टनर्स के बीच सेक्सुअल रिलेशन्स सुरक्षित बनता है। उनका तो यहां तक मानना है कि हाथों के अलावा संवेदनशील अंगों को भी साफ-सुथरा करना चाहिए। मनोवैज्ञानिक और यौन रोग विशेषज्ञ वाएसेन्ट ब्रेट कहते हैं, "यौन सुरक्षा बहुत महत्व रखता है क्योंकि ये संबंध बनाने से होनेवाले संक्रमण को रोक सकता है।" उन्होंने जोड़े के यौन संबंध को और मजबूत बनाने के लिए कुछ उपाय सुझाए हैं।
पुरुषों के लिए हिदायत- ब्रिटेन की पब्लिक हेल्थ सर्विस ने अपनी वेबसाइट पर स्पष्ट किया है कि महिलाओं और पुरुषों को किस तरह अपने संवेदनशील अंगों की मुनासिब देखभाल का इंतजाम करना चाहिए। पुरुषों के लिए जरूरी है कि नहाते वक्त संवेदनशील अंग को गर्म पानी से अच्छी तरह धोएं ताकि एंटी बैक्टीरियल एजेंट का जमावड़ा न हो सके।
एंटी बैक्टीरियल एजेंट को नहीं हटाने से ये हानिकारक बैक्टीरिया के विकास के लिए उचित माहौल उपलब्ध करा सकता है और शरीर में दुर्गंध पैदा करने का कारण भी बन सकता है। विशेषज्ञ पैट्रिक फ्रिंच लिखते हैं, "बहुत हैरानी की बात है कि कई लोग अपने संवेदनशील अंग के उन हिस्सों को नहीं धोते जो स्किन से ढंके हुए होते हैं। इससे न सिर्फ पुरुषों को दिक्कतें हो सकती हैं बल्कि पार्टनर पर भी खराब असर डालते हैं।" एनएचएस के मुताबिक संवेदनशील अंगों के हिस्सों की सफाई के लिए साबुन 'हल्का या खुशबू रहित' होना चाहिए।
महिलाओं के लिए हिदायत- विशेषज्ञों का कहना है कि महिलाओं के संवेदनशील अंग और उसके आसपास के हिस्से पर खुजली का मुकाबला करने के लिए ऐसे प्रोडक्ट के इस्तेमाल से दूर रहना चाहिए जिनका इस्तेमाल उस हिस्से को खुशबूदार बनाने के लिए किया जाता है जैसे सुगंधित साबुन क्योंकि उनके इस्तेमाल से शरीर के उस हिस्से में बैक्टीरिया के संभावित हमलों का खतरा बढ़ जाता है। उनका सुझाव है कि पीरियड्स के दौरान महिलाओं को इस सिलसिले में बेहद हिफाजती उपाय अपनाने चाहिए।
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