हींग :- लोहे के बर्तन में घी के साथ हींग को भून लें। इस हींग के साथ हरीतकी, सोंठ, सेंधानमक और कालीमिर्च को बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को रोजाना 1 से 3 ग्राम की मात्रा में गर्म पानी के साथ सेवन करने से जम्भाई के रोग में लाभ होता है।
सरसों :- जम्भाई को रोकने के लिये सरसों के तेल में सेंधानमक और हींग को अच्छी तरह से मिलाकर पूरे शरीर पर मालिश करने से इस रोग में लाभ मिलता है।
धनिया :- धनिये का चूर्ण गरम पानी के साथ लेना चाहिए। यदि यह रोग बन गया हो तो धनिये के 20 दानों को 1 लीटर पानी में उबालकर इस पानी से मुंह धोने से जम्भाइयां आनी खुद ही बंद हो जाती हैं।
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