प्रेगनेंसी के दौरान बच्चे पर जितन असर मां के खान-पान का पड़ता है उतना ही मां की शारिरिक एक्टिविटीज का भी पड़ता है। चैन की नींद भी बच्चे के स्वास्थ्य के लिये जरूरी होती है। पर इसके लिये सोने की अवस्था का सही पता होना चाहिए। यूनिवर्सिटी ऑफ ऑकलैंड के रिसर्चर्स ने अपने अध्ययन में बताया कि गर्भवती महिला अगर अपने बैक के सहारे सोती है तो यह उसके और अजन्में बच्चे दोनों के लिये खतरा हो सकता है. इस तरह से नींद लेने से बच्चे की ग्रोथ के रुकने और उसके कमजोर पैदा होने के चांसेस ज्यादा होते हैं।
रिसर्चर्स ने बताया कि अगर महिलाओं को हेल्दी प्रेगनेंसी रखनी है तो उनका लेफ्ट या राइट साइड में सोना जरूरी है। प्रेगनेंट महिलाओं पर किये रिसर्च में ये बात सामने आई कि जो महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान दायें या बायें करवट लेकर सोईं उनके बच्चे हेल्दी पैदा हुए।
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