आज तक कोई भी इन अंधेरे कमरों में बंद रहस्यों को दुनिया के सामने नहीं ला सके।यहां तक कि एक वक्त तक तो ये 22 कमरे ही एक लोगों के लिए एक रहस्य थे, लेकिन जैसे ही लोगों को इन 22 बंद कमरों का पता चला जो कि आम आदमी की निगाहों से छिपाकर रखे गए हैं। लोगों ने इनके बारे में पड़ताल करनी शुरू कर दी।
इन सबसे बड़ा सवाल ये था कि अगर शाहजहां ने इन कमरों को दुनिया से छिपाया था तो अब सरकार भी आखिर क्यों उसी लाइन पर चल रही है, क्यों नहीं लोगों को ताज देखने पर इन कमरों में जाने नहीं दिया जाता।खैर सरकार ऐसा क्यों कर रही है ये तो नहीं पता लेकिन इन 22 कमरों के बारे में कुछ बातें लोगों को पता हैं वो जानना भी कम इंटरेस्टिंग नहीं है।
लोगों की मानें तो इन 22 कमरों तक पहुंचने का रास्ता ताज के वेंटीलेशन के लिए बनाए गए रास्तों से होकर जाता है। लेकिन कोई इन कमरों तक न पहुंच सके इसके लिए इन रास्तों को ईंट और चूना भरकर हमेशा के लिए बंद कर दिया गया है।
जो कमरे दुनिया की नजरों से छिपाये गए हैं। उनके छिपाने की बड़ी वजह ये है कि ये कमरे हिंदु धर्म के देवी-देवताओं की पेंटिंग्स और मूर्तियों से सजे हैं। लोगों को इस बात का पता न चल सके इसलिए इन्हें लोगों की नजरों से दूर कर दिया गया।
इसके अलावा कहते हैं कि इन कमरों के बंद करने की वजह ये हैं कि इन कमरों के अंदर का हिस्सा संगमरमर से बना है, जो कि कार्बन डाई ऑक्साइड के संपर्क में आने से कैल्शियम कार्बोनेट में टूटता है। इसका मतलब है कि अगर इन कमरों को खोला जाएगा तो विजिटर्स उन्हें देखने के लिए नजदीक जाएंगे और इनकी सांसों के साथ बाहर छोड़ी हुआ कार्बन डाई ऑक्साइड के कारण ये कमरे एक वक्त के बाद नष्ट हो सकते हैं।
सुप्रीम कोर्ट ताज महल की जगह हिंदु मंदिर होने की बात को खारिज कर चुका है, और इतिहासकारों में भी इस बात को लेकर सहमति नहीं है । इसलिए हम नहीं कह सकते क्या सच है क्या झूठ लेकिन इन कमरों की तस्वीरे सच में रोगंटे खड़ी कर देती है।
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