अक्सर आपने अख़बार में या टीवी में मर्दो के द्वारा औरतों पर की जाने वाली प्रताड़नाओ के बारे में तो सुना होगा। लेकिन क्या यह सही है की हर किसी मामले में गलती मर्दो की ही होती है। क्योकि हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसके बारे में जानकर आप भी हैरान रह जायेंगे। जी हां ग्रेटर नोएडा के दनकौन कोतवाली में एक शख्स ने अपनी बीवी से बचाने के लिए शिकायत की है। रोते हुए थाने में पहुंचे शख्स ने पुलिस से गुहार लगाते हुए कहा कि साहब मेरी बीवी मुझसे घर का काम कराती है। कपड़े धुलवाती है, ,खाना बनवाती है और पोंछा भी लगवाती है। इससे मना करने पर वह दहेज उत्पीड़न के झूठे केस में फंसाने की धमकी देती है। इससे तंग आकर नौकरी भी छोड़ना पड़ गई।
इसके पहले भी कई ऐसे केस सामने आ चुके हैं, जिनमें पत्नियों ने पति को झूठे दहेज केस में फंसाने की कोशिश की है। हम बता रहे हैं पत्नी ऐसा करे तो ऐसे में पति के पास क्या विकल्प होते हैं। हाईकोर्ट एडवोकेट संजय मेहरा का कहना है कि पत्नी की तरह पति के लिए कोई विशेष प्रावधान तो कानून में है नहीं। कुछ ऐसे तरीके जरूर हैं, जिनसे पति ऐसी पत्नी से छुटकारा पा सकता है।
प्रताड़ना है तलाक का अधिकार -
यदि किसी पति को पत्नी शारीरिक या मानसिक तौर पर परेशान कर रही है तो पति इस आधार पर उससे तलाक मांग सकता है, लेकिन पति को कोर्ट में यह साबित करना होगा कि पत्नी उसे प्रताड़ित कर रही है। ऐसे में किसी भी पति को पहले पुलिस शिकायत जरूर करना चाहिए क्योंकि यह कम्पलेंड बाद में कोर्ट में खुद की बात साबित करने के काम आती है।
तो आइये जानते है मर्दो के अधिकार -
# पुलिस को केश के बारे में सही तरिके से जांच करनी होगी। और मामला के जांच पूरी होने के बाद में यदि आरोप सिद्ध हो तो ही पति को गिरफ्तार कर सकती है।
# अगर पति भी प्रताड़ित होता है तो वह आईपीसी की धाराओं के तहत केश कर सकता है। क्योकि उनका भी यह क़ानूनी हक है।
# अगर पति को पत्नी शारारिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करती है तो वह पत्नी से तलाक भी ले सकता है।
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