इन राशियों की गर्भवती महिलाओं के लिए चंद्रग्रहण हैं कष्टकारी, करे ये उपाय


31 जनवरी 2018, बुधवार माघ पूर्णिमा के दिन हो रहा खग्रास चंद्र ग्रहण दो विशेष योगों में हो रहा है। पहला योग है पुष्य नक्षत्र में ग्रहण का प्रारंभ और दूसरा योग है कालसर्प योग। इसके साथ ही ग्रहण कर्क राशि यानी चंद्र की अपनी राशि में भी हो रहा है। इन सब योगों का मनुष्य, प्रकृति और पर्यावरण पर व्यापक असर होने वाला है। गर्भवती स्त्रियों के लिए भी इस ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी रखने की आवश्यकता होगी....


कष्टकारी: मेष, कर्क, सिंह, धनु यह ग्रहण इन राशि वालों के लिए कष्टकारी रहेगा। इन राशि की गर्भवती महिलाएं प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष किसी भी रूप में ग्रहण न देखें। ग्रहण प्रारंभ होने से पूर्व तुलसी पत्र को गाय के गोबर में मिलाकर लेप बना लें और इसे अपने गर्भ पर लगा लें। ग्रहण के दौरान संभव हो तो एक जगह बैठकर तुलसी की माला से ऊं नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें। तुलसी की माला अपने साथ ही रखें। इसे ग्रहण काल के दौरान अपने से अलग न करें।


शुभ: वृषभ, कन्या, तुला, कुंभ इन चार राशि वालों के लिए ग्रहण शुभ परिणामकारक है, लेकिन इन राशि की गर्भवती महिलाओं को सावधानी रखना होगी। तुलसी पत्र और गाय के गोबर का लेप गर्भ पर करना आवश्यक रहेगा। किसी भी प्रकार के चाकू, छुरी, कैंची, ब्लैड या काटने वाली वस्तु का प्रयोग न करें। अपने खाने-पीने की वस्तुओं में तुलसी पत्र डालें और उसी का प्रयोग करें। ग्रहण काल के दौरान ऊं कृं कृष्णाय नमः मंत्र का मानसिक जाप करें। अपने गर्भ पर पीला रेशमी कपड़ा ढंककर रखें।


मिश्रित: मिथुन, वृश्चिक, मकर, मीन इन चार राशि वाली गर्भवती महिलाओं को ग्रहण का मिलाजुला परिणाम मिलेगा। तुलसी पत्र और गोबर का लेप गर्भ पर करना इन राशि वाली महिलाओं के लिए भी आवश्यक होगा। लाल चंदन की माला धारण करके रखें। ग्रहण के दौरान कुछ भी खाना-पीना वर्जित रहेगा। ग्रहण के दौरान चांदी का एक चंद्रमा अपने पास रखें और ग्रहण समाप्ति के बाद इसे किसी मंदिर में दान कर दें। ग्रहण के दौरान ऊं नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का मानसिक जाप करें।

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