बोर्ड के चेयरमैन मोहम्मद जाम्बेरी अब्दुल अजीज ने एक वक्तव्य में कहा है कि मलेशिया एक मुस्लिम बहुल देश है, ऐसे में फिल्म की कहानी अपने आप में चिंता का एक विषय है। उन्होंने कहा है, “फिल्म की कहानी इस्लाम से जुड़े संवेदनशील मुद्दों को छूती है जो मलेशिया जैसे मुस्लिम बहुत देश के लिए चिंता का विषय है।”
संजय लीला भंसाली की ‘पद्मावत’ 16वीं सदी के कवि मलिक मुहम्मद जायसी के ग्रंथ ‘पद्मावत’ पर आधारित है। भारत में करणी सेना ने फिल्म को लेकर काफी विरोध जताया था। उम्मीद की जा रही है कि बोर्ड के इश फैसले के खिलाफ अपील की जा सकती है। वैसे भी मलेशिया में ऐसी फिल्में बैन होती आई हैं जो दुनिया भर में अपना सिक्का जमा रही होती हैं। फिल्म बैन करने की उनकी अपनी वजहें रहती हैं।
एक टिप्पणी भेजें