बाहुबली में खौफनाक दिखने वाले प्रभाकर असल लाइफ में वह बेहद शर्मीले हैं। एक इंटरव्यू के दौरान प्रभाकर ने बताया था कि वो कभी फिल्मों में काम नहीं करना चाहते थे। प्रभाकर के मुताबिक मैं बचपन क्रिकेटर बनने के सपने देखता था। 12वीं पास करने के बाद एक बार मैं शादी अटेंड करने के लिए हैदराबाद आया।
मेरी पर्सनैलिटी देखकर वहां मुझसे एक रिश्तेदार मेरी जॉब रेलवे पुलिस लगवाने का वादा किया था। इस जॉब के लिए मुझे 6 साल तक इंतजार करना पड़ा लेकिन मुझे नौकरी नहीं मिली। इसके बाद मैं हैदराबाद में आकर दूसरी नौकरी ढूंढने लगा था। प्रभाकर बताते हैं कि नौकरी ढूंढने के दौरान मुझे पता चला कि डायरेक्टर एसएस राजामौली को फिल्म 'मगधीरा' के लिए कुछ लोगों की जरूरत है।
मेरा दोस्त मुझे वहां ले गया जहां सिलेक्शन हो रहा था। उस दौरान उन्होंने मुझसे कुछ नहीं कहा। वहां से राजामौली मुझे राजस्थान ले गए। राजस्थान में मगधीरा की शूटिंग चल रही थी। वहां थोड़ा-बहुत काम मैंने देखा। फिर हैदराबाद लौटकर जॉब ढूंढने लगा।
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इसी दौरान राजामौली के असिस्टेंट का फोन आया। वो मुझे उनके घर लेकर गया। वहां राजामौली ने मुझे फिल्म मर्यादा रमन्ना में रोल ऑफर किया। लेकिन मुझे एक्टिंग नहीं आती थी। राजमौली ने उन्हें देवदास कनकला में एक्टिंग सीखने के लिए भेजा। साथ ही प्रभाकर को हर महीने 10 हजार रुपए स्टाइपेंड मिलते थे।
इसी पैसों से प्रभाकर ने अपना सारा कर्ज चुकाया।प्रभाकर के मुताबिक वह आज जो भी है डायरेक्टर एस.एस.राजमौली के बदौलत ही है। राजामौली ने ही मुझे एक नया जीवन दिया है। बाहुबली के अलावा साउथ की 40 फिल्मों में काम कर चुके हैं।
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